*लखनऊ* मामला लखनऊ में सीतापुर रोड स्थित आरोपी डॉक्टर रईस अहमद का जब पर्दाफाश हुआ तब विगत 3 दिनों से फरार चल रहा आरोपी डॉक्टर रईस अहमद अपने तमन्ना अस्पताल जो की बिना किसी रजिस्ट्रेशन के संचालित हो रहा था वहां पर लगाई इंडियन स्कूल आफ नर्सिंग की होल्डिंग और साथ ही जिन पत्रकारों की निष्पक्षता के चलते खबर प्रकाशित हुई थी उन पत्रकारों को जान से मारने की धमकी देता हुआ नजर आयाl जिसके चलते पत्रकारों में काफी रोष रहा और थाना मड़ियाहूं सीतापुर रोड स्थित में लिखित रूप से प्रार्थना पत्र पत्रकार वीर प्रताप सिंह के द्वारा दिया गया ज्ञात हो हिंदी दैनिक समाचार पत्र कल्कि प्रभात सत्ता ने जब खबर प्रमुखता से प्रकाशित की तो आरोपी डॉक्टर रईस अहमद भाग खड़ा हुआ और आनन-फानन में अपने ही सिंडिकेट के किसी सहभागी को लालच देकर उसके नाम का प्रयोग करता हुआ नजर आया और साथ ही पूरे मोहल्ले में सार्वजनिक तौर पर Kalki live tv के पत्रकार शिवम कश्यप को जान से मारने की धमकी तक दे डाली जिसके चलते शिवम कश्यप के परिवारी जन काफी सहमे हुए हैं इस बाबत जब पत्रकारों की टीम थाना मड़ियांव एकत्रित हुई और एसएसओ मनोज कुमार सिंह को लिखित में प्रार्थना पत्र दिया तो थाना अध्यक्ष साहब पत्रकारों से बहस करते हुए ये कहने लगे रात्रि में इस तरह का इंटरव्यू नहीं होता शायद एस एच ओ साहब ने अभी तक प्रकरण की निष्पक्षता से विवेचना नहीं कराई है जिसमें सीसी टीवी के माध्यम से सारी घटनाओं को जाना जा सकता हैl ज्ञात हो संस्थान के द्वारा लिखित रूप से उच्च अधिकारियों को सूचित करने के साथ-साथ सारे प्रमाण भी संलग्न किए गए हैं जिससे यह साबित होता है आरोपी डॉक्टर रईस अहमद ने पत्रकारों के साथ अभद्र व मर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए कैमरा तोड़ दिया गया जिसमे मुख्य रूप से उसकी पत्नी के द्वारा कैमरा तोड़ा गया जिसकी बात कैमरे में साफ-साफ स्वीकार की गईl ज्ञात हो आरोपी डॉक्टर रईस अहमद झाड़-फूंक के नाम पर भी मोटी रकम वसूल करता है और कहीं तांत्रिकों को अपने घर में बुलाता है l
अब ऐसे में सवाल यह उठता है जहां एक तरफ सीओ अलीगंज श्री अखिलेश कुमार सिंह जी पत्रकारों को पूर्ण आश्वासन देते हुए नजर आते हैं वही आखिर क्यों थाना अध्यक्ष साहब पत्रकारों पर ही गरजते हुए नजर आते हैंl क्रमश: