लखनऊ , लखनऊ के पॉलिटेक्निक पर बने मतगणना केंद्र पर एक प्रधान प्रत्याशी द्वारा धाँधली किये जाने का आरोप लगाया है। यूपी पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान मड़ियांव पल्हार सीट से प्रधान प्रत्याशी कमलेश यादव के साथ धाँधली कर हराये जाने का आरोप मतगणना कर्मियों पर लगाया गया है। जिसकी वजह से शुरु से ही पीछे चल रहे पूर्व प्रधान अमर सिंह यादव को 4 वोटों से जीत दिला दी गयी।
दरअलस , कल मतगणना के दौरान मड़ियांव के ग्राम पल्हार सीट से प्रधान प्रत्याशी कमलेश सिंह यादव धाँधली कर उन्हें हरा दिया गया। वोटिंग शुरू होने से लेकर लगभग 12 बजे तक कमलेश यादव पूर्व प्रधान अमर सिंह यादव से पंद्रह वोटों से आगे चल रहे थे।
उसके बाद जब पेटी खुली तो अमर सिंह की वोटों में कमलेश यादव की वोट दिखाई पड़े । जिसका कमलेश यादव और उनके भाई ने जानकारी लेते हुए विरोध किया तो उनकी बात को झुठलाते हुए उनके साथ बदसलूकी की गई और प्रधान प्रत्याशी से उनका पास भी छीन लिया गया। इसके बाद जब नतीजे आये तो कमलेश यादव चार वोट से हार गए।
इस तरह के नतीजे आने पर कमलेश यादव और उनके भाई ने धाँधली से जीत दिलाने की बात कहीं और पुनः गिनती किये जाने की बात कहीं तो आर.ओ. विनय कृष्ण श्रीवास्तव ने उनके साथ बत्तमीजी करते हुए कहा, “जो करना है कर लो” इतना कह उन्हें वहां से भगा दिया। जिसमें प्रधान प्रत्याशी गिर गए और उन्हें चोट भी लगी।
इसके बाद उन्होंने अपने साथ हुए धाँधली की शिकायत एस. डी. एम. सुशोदना यादव के पास की जहां उन्हें प्रार्थना पत्र दे कर पुनः गिनती करने की बात कही गयी । प्रार्थना पत्र देने के बाद भी इनकी सुनवाई नहीं हुई। कमलेश यादव और उनके भाई देर रात तक मतगणना स्थल पर न्याय की मांग करते रहे, चुनाव आयोग और प्रशासन ने उनकी एक न सुनी….और बिना किसी अनाउंसमेंट के चुपके से पूर्व प्रधान अमर सिंह को सर्टिफिकेट पड़ा दिया गया।
पीड़ित पक्ष अभी भी प्रशासन से न्याय की उम्मीद लगाए हुए है। वो लगातार दुबारा वोटिंग करने की मांग कर रहे है, उनका कहना है कि अगर उसके बाद उनकी कम वोट आती तो उन्हें यह हार भी स्वीकार होगी। अन्यथा उन्हें न्याय नहीं मिला तो वो आत्महत्या कर लेंगे। अब देखना होगा कि क्या कमलेश यादव को न्याय मिल पाएगा और जिस जीत के अधिकारी है वो जीत उन्हें मिल पायेगी?