कैसे पता करें हमें कोरोना है या नहीं – अभिषेक दुबे

कोरोना की दूसरी लहर में देश की हालत चिंताजनक बनी हुई है। लगातार बढ़ती संक्रमितों की संख्या के साथ बढ़ती मृत्यु दर ने हर किसी को दहशत में ला दिया है। लोग डरें हुए है …ऐसे उन्हें सामान्य फ्लू  में भी कोरोना के लक्षण ही दिखते है। जिससे बीमारी के प्रति डर और दहशत पैदा हो रही है।

आज हम आपको इसी बात की जानकारी देने जा रहे है कि आप कैसे पहचाने की आपको कोरोना है या नहीं? इस बात की जानकारी दी हमें कैंसर पीड़ितों को मुफ्त में इलाज देने वाली संस्था आर . के . हर्बल के संस्थापक “अभिषेक दूबे”।

आर टी पी सी के भरोसे न बैठे – दूबे

आर के हर्बल के संस्थापक ने बताया की पहले कोरोना की जांच के आर टी पी सी आर के जरिये होती थी। जिसमें मुंह और नाक से सांस के सैम्पल लेकर कोरोना की जांच की जाती थी। फिर पता चलता था कि व्यक्ति कोरोना संक्रमित है या नहीं। पर इन दिनों देखा जा रहा है कि कोरोना की काफी रिपोर्ट्स गलत आ रही है। जिनकी वजह से इलाज में लापरवाही भी देखी जाती है।दूसरी समस्या यह भी है कि यह टेस्ट हर जगह उपलब्ध भी नहीं है और कहीं टेस्ट उपलब्ध भी है तो रिजल्ट आने में दो से तीन दिन लग जाते है। तब तक बहुत देर हो चुकी होती है। इसलिए कोरोना जांच के लिए एन टी पी सी आर या आर टी पी सी आर के भरोसे न बैठे।

सिटी स्कैन से करें कोरोना की जांच

यदि आपके के शरीर में बीमारी के कोई भी लक्षण दिखाई दे जैसे – खांसी , जुकाम , बुखार , दस्त , कमजोरी वो कुछ भी हो सकता है। इस तरह लक्षण दिखते ही तुरन्त आपको जांच नहीं करवानी है। ऐसे लक्षण दिखने के लगभग तीन दिन बाद आपको सिटी स्कैन करवाना है। जिससे आपकी छाती की जांच हो सके। क्योंकि इस से आपके फेफड़ों की जांच होती है। जिससे पता चलता है कि किसी के फेफड़े में इंवॉरमेंट है कि नहीं और अगर है तो कितना है। इस के आधार पर पीड़ित का इलाज भी किया जाता है ।

इसलिए आज कल जो कोरोना की जांच का बेस्ट तरीका है वो है सिटी स्कैन । जिससे तुरन्त ही फेफड़ो की जांच की जा पाती है। इस जांच में नम्बर दिए जाते है। जिसमें 25 नम्बर में से नंबर दिए जाते है अगर 15 के ऊपर आता है तो इसका मतलब फेफड़ा डैमेज है।

यह भी है एक सही जांच का तरीका

इसके साथ ही दूबे जी ने जांच का एक और तरीका बताया, पल्स ऑक्सी मीटर आता है। यह जांच ऊँगली द्वारा की जाती है। जो आपके खून में ऑक्सीजन लेवल बताता है। जैसे सामान्य इंसान का ऑक्सीजन लेवल 97 , 98 या 99 होना चाहिए और 100 प्रतिशत भी हो सकता है। यदि किसी का 96 है या उससे नीचे आने लगा है तो उसके फेफड़े में इंफेक्शन है।

इसलिए यदि आपको अपने शरीर में अगर कोरोना के लक्षण दिखाई दे तो आर टी पी सी या एन टी पी सी के भरोसे न बैठे। लक्षण दिखने के तीसरे , पांचवे , छठे या आंठवे दिन सिटी स्कैन और पल्स ऑक्सी मीटर जांच जरूर करें। ताकि आप सही समय पर सही नतीजे प्राप्त कर , सही इलाज कर सकें।

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